पूरी तरह कार्यात्मक मानव प्रतिरक्षा प्रणाली वाला दुनिया का पहला माउस ( चूहा) विकसित किया गया है।
यह नया दृष्टिकोण प्रतिरक्षा विज्ञानी और सुक्ष्म जीव विज्ञानी अनुसंधान में गैर मानव प्राइमेट्स के उपयोग के लिए एक अच्छा विकल्प प्रदान कर सकता है।
वैज्ञानिकों ने सफलता पूर्वक एक माउस मॉडल तैयार किए है जिसमे पूर्ण और कार्यात्मक मानव प्रतिरक्षा प्रणाली है। बताए जा रहे है की मॉडल में भी मानव जैसा आत माइक्रोबायोम है जो विशिष्ट एंटीबॉडी प्रतिक्रिया उत्पन्न करने में सक्षम है।
सैन एंटोनियो में टैक्स यूनिवर्सिटी हेल्थ साइंस सेंटर के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित इन मानव कृत चूहों को TruHux नाम दिया गया है जिसका मतलब है वास्तव मे मानव।शोधकर्ताओं के अनुसार मॉडल में लिम्फ नोड्स जर्मिनल सेंटर, थायमस मानव उपकला सेल, मानव T और B लिम्फोसाइट और प्लाज्मा कोशिका है जो मनुष्य में पाए जानें वाले समान अत्यधिक विशिष्ट एंटीबॉडी और ऑटो एंटी बॉडी का उपयोग करती है।
GOOD NEWS FOR HUMANS इस चूहे से मानव को फायदा..
THX चूहे मानव प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए एक मंच प्रदान करते है। मानव स्टेम सेल और मानव प्रतिरक्षा सेल भेदभाव और एंटी बॉडी प्रतिक्रिया का समर्थन करने के लिए एस्ट्रोजन गतिविधि का गंभीर रूप से लाभ उठा कर THX चूहे मानव प्रतिरक्षा प्रणाली के अध्ययन, मानव टिको के विकास और मेडिकल परीक्षण के लिए अच्छा जरूरत होगा।
कैसाली जो प्रतिष्ठित अनुसंधान प्रोफेसर है उनके अनुसार कई खोज मानव प्रयोग के लिए नए रास्ते खोलती है जिसमे कैंसर चेक प्वाइंट, अवरोधक, मानव जीवाणु और वायरल टिके जैसे इम्यूनो थेरोक्सिन का विकास और कई मानव रोगों का मॉडलिंग शामिल हैं।
वह आगे आशा व्यक्त करते है की नया दृष्टिकोण संभावित रूप से प्रतिरक्षा विज्ञानी और सूक्ष्म जीव विज्ञानी जैव चिकित्सा अनुसंधान में आगे निकलेगा।Prishtane इंजेक्शन के बाद चूहों में ल्युपस ऑटो इम्यूनिटी भी विकसित हो सकती हैं नेचर पत्रिका में प्रकाशित शोध के अनुसार , ये चूहे विविध मानव बी सेल और T सेल एंटीजन रिसेप्टर परदर्शको की सुची पारदर्शित करते हैं। विशेष रूप से ये चूहे pristane इंजेक्शन के बाद ल्युपस ऑटो इम्यूनिटी भी विकसित कर लेते हैं।
THX मॉडल के विकास के बाद कैसाली लैब अब प्रणाली गत और स्थानीय स्तर पर SARC -CoV 2 (COVID 19) के प्रति मानव प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया कि जांच कर रही है। सेल कारखाना जो एंटीबॉडी बनाते हैं वस्तुतः प्रति सेकेंड हजारों बैक्टीरिया, वायरस या कैंसर कोशिकाओं के लिए।
चूहों का उपयोग अक्सर उनके छोटे आकार, संभालने में आसानी मनुष्यो के साथ प्रतिरक्षा तत्वों और जैविक गुणों को साझा करने और अनुवांशिक सन्शोधन के प्रति संवेदनशीलता के कारण विभिन्न जैविक और जैव चिकित्सा अनुसंधान प्रयासों में किया जाता है।